बारकोड रीडर क्या है – बारकोड रीडर का क्या काम है ?
आज के इस आर्टिकल में हम बारकोड रीडर क्या है की जानकारी पढ़ने वाले हैं यदि आप बारकोड रीडर की जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।
जैसा की आपने अधिकतर बड़े मार्केट या मॉल में लोगो को देखा होगा जब वह अपना सामान लेकर काउंटर पर भुक्तान करने के लिए जाते है तो वहाँ पर बैठा शॉपकीपर एक छोटे से मशीन को लेकर सामान को स्कैन करता है और बस कुछ सेकंड बाद आपको सामान का बिल दे देता है।
यहाँ पर एक छोटी सी मशीन के द्वारा एक वस्तु के बार कोड पर स्कैन की प्रक्रिया को ही बारकोड रीडर कहते है।
बारकोड रीडर क्या है ?
बार कोड एक बहुत सारी चौड़ाई की एक काली पट्टी होती है। चौड़ाई और दो पट्टियों के बिच की दुरी में सूचनाएं निहित होती है।
इन सूचनाओं को बार कोड रीडर की साहयता से कंप्यूटर में डालकर उत्पात, वस्तु के प्रकार आदि का पता लगाया जाता है।
भारत सरकार ने 1998 से नेशनल इनफार्मेशन इंडस्ट्रियल वर्क फोर्स ने सभी उत्पादों पर बार कोड का प्रयोग जारी कर दिया है।
बारकोड रीडर कहां उपयोग किए जाते हैं ?
आज कल बार कोड का प्रयोग सभी छोटे- बड़े दुकानों, मॉल, पोस्ट ऑफिस, मेडिसन के दवाइयों पर, पोस्ट ऑफिस और सभी कूरियर कम्पनियाँ के पोस्ट को ट्रैक करने के लिए बार कोड का प्रयोग किया जाता है।
इसके अलावा बार कोड का प्रयोग फैक्ट्रियों में कर्मचारियों की हाजरी, स्कूल में बच्चों की हाजरी लगाने में भी बार कोड प्रयोग किया जाता है।
बारकोड रीडर का आविष्कार किसने और कब किया था ?
सबसे पहले Bar Code Reader का प्रयोग 1940 में हुआ था और इसका अविष्कार जोसेफ वुडलैंड और बनार्ड सिल्वर ने किया है ।
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अंतिम शब्द :
आशा करता हूँ की आपको बारकोड रीडर क्या है जानकारी सही लगी होगी।
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