भारत के धार्मिक स्थल के नाम व धार्मिक स्थल की जानकारी
आज के इस आर्टिकल में हम भारत के धार्मिक स्थल के नाम की जानकारी पढ़ने वाले हैं यदि आप भारत के धार्मिक स्थल की जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।
धार्मिक और अध्यात्मिक स्थलों को तीर्थ स्थल कहते हैं जहाँ जाने के लिए हिंदू धर्म के लोगों को कठिन और लंबी यात्रा करने के बाद अपना तीर्थ धाम पूर्ण कर पाते हैं।
हिंदू धर्म के अनुसार तीर्थ धाम पूर्ण करने के बाद उनकी मनोकामना पूर्ण होती है तथा जो वृद्ध व्यक्ति तीर्थों को पूर्ण करने के बाद मृत्यु को प्राप्त होते हैं तथा उनके पूर्वजों और उन्हें मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती यह हिंदू धर्म के भगवत गीता में लिखित रूप से मौजूद है जो कि वह एक विशाल पुस्तक है जिसमें भगवान कृष्ण के द्वारा दिया गया ज्ञान उपस्थित है।
भारत में हिंदू धर्म के अनुसार कुल 13 धाम है अगर आप महत्वपूर्ण तीर्थ धाम के बारे में बात करें तो वह चार तीर्थ धाम है।
- बद्रीनाथ धाम
- जगननाथपूरी धाम
- रामेश्वर धाम
- द्वारिका धाम
बद्रीनाथ धाम :
ये धाम अलकनंदा नदी के किनारे पर स्थित है।
बद्रीनाथ मंदिर में भगवान विष्णु को अराध्य मानकर नर नारायण की पूजा की जाती है तथा वहाँ अखंड ज्योति हमेशा प्रज्वलित रहती है यहाँ पर तीर्थ यात्री तप्त कुंड मैं स्नान कर बद्रीनाथ मंदिर में प्रवेश करते हैं तथा यहां पर चने की कच्ची दाल, नारियल गोला और मिश्री इन सब को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है।
बद्रीनाथ धाम की खासियत क्या है की इस मंदिर के गेट अप्रैल के अंतिम और मई की शुरुआत में खोल दिए जाते हैं तथा 6 महीना तक पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालु पर्यटन करते हैं उसके बाद बद्रीनाथ धाम के द्वार फिर बंद कर दिए जाते हैं।
जगन्नाथपुरी :
पुरी धाम मंदिर विष्णु अवतार श्री कृष्ण जी को समर्पित मंदिर है।
तथा हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार बताए गए 7 पुरियो में से एक है तथा इस मंदिर की खास बात यह है कि इसमें 3 देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई है भगवान श्री जगन्नाथ और उनके बड़े भाई बलभद्र और उनकी छोटी बहन सुभद्रा की मूर्तियां स्थापित है।
यहाँ हर वर्ष रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है जिसे देखने के लिऐ बड़ी मात्रा में दूर- दूर से श्रद्धालु आते है और होने वाली गति विधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं तथा यहाँ पर प्रसाद के रूप में चावल का विस्तृत किया जाता है, जोकि बहुत स्वादिष्ट और पवित्र होता है।
रामेश्वर धाम :
रामेश्वर धाम मंदिर भारत के दक्षिण दिशा में स्थित तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरम में समुद्र के किनारे पर स्थित है तथा इस मंदिर के अराध्य भगवान शिव जी हैं।
यहाँ शिवजी की पूजा शिवलिंग के रूप में की जाती है और यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
सबसे ज्यादा जरूरी बात यह हिंद महासागर तथा बंगाल की खाड़ी के बीच स्थित है और इस शिवलिंग को स्थापित करने वाले श्री पुरुषोत्तम भगवान राम थे और यहाँ पर कई बार जल चक्र की उपस्थिति देखी गई है।
द्वारिका धाम :
द्वारिका धाम गुजरात के दक्षिणी में स्थित समुद्र के किनारे श्री भगवान कृष्ण का तीरथ धाम मंदिर है।
यह तीरथ साथ पूरियों में से एक है जो मोक्ष की प्राप्ति में सहायक है तथा इसकी स्थापना खुद श्री कृष्ण जी भगवान ने की थी।
यहाँ पर आज भी श्री कृष्ण भगवान जी पूजा तथा उत्सव किया जाता है।
निष्कर्ष:
हिंदू धर्म के धाम में दर्शन के लिए आए हुए बहुत सारे दर्शालु के द्वारा साधु संत तथा गरीब और भूखे लोगों को भोजन की प्राप्ति एवं मनोकामना की प्राप्ति होती है।
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अंतिम शब्द :
आशा करता हूँ की आपको भारत के धार्मिक स्थलों के नाम व् धार्मिक स्थल की जानकारी सही लगी होगी।
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